Thursday, June 18, 2020

कोरोना को जाने

                                         कोरोना को जाने 

प्रश्न (1) :- क्या कोरोना वायरस को ख़त्म किया जा सकता है 

उत्तर:-
नहीं! कोरोना वायरस एक निर्जीव कण है जिस पर चर्बी की सुरक्षा-परत चढ़ी हुई होती है। यह कोई ज़िन्दा चीज़ नहीं है, इसलिये इसे मारा नहीं जा सकता बल्कि यह ख़ुद ही रेज़ा-रेज़ा (कण-कण) होकर ख़त्म होता है।

प्रश्न( 02):-. कोरोना वायरस के विघटन (रेज़ा-रेज़ा होकर ख़त्म होने) में कितना समय लगता है?
उत्तर:-
कोरोना वायरस के विघटन की मुद्दत का दारोमदार, इसके आसपास कितनी गर्मी या नमी है? या जहाँ ये मौजूद है, उस जगह की परिस्थितियां क्या हैं? इत्यादि बातों पर निर्भर करता है।

प्रश्न(03):-. इसे कण-कण में कैसे विघटित किया जा सकता है?
उत्तर:-
कोरोना वायरस बहुत कमज़ोर होता है। इसके ऊपर चढ़ी चर्बी की सुरक्षा-परत फाड़ देने से यह ख़त्म हो जाता है। ऐसा करने के लिये साबुन या डिटर्जेंट के झाग सबसे ज़्यादा प्रभावी होते हैं। 20 सेकंड या उससे ज़्यादा देर तक साबुन/डिटर्जेंट लगाकर हाथों को रगड़ने से इसकी सुरक्षा-परत फट जाती है और ये नष्ट हो जाता है। इसलिये अपने शरीर के खुले अंगों को बार-बार साबुन व पानी से धोना चाहिये, ख़ास तौर से उस वक़्त जब आप बाहर से घर में आए हों।

प्रश्न(04):- क्या गरम पानी के इस्तेमाल से इसे ख़त्म किया जा सकता है?
उत्तर:-
हाँ! गर्मी चर्बी को जल्दी पिघला देती है। इसके लिये कम से कम 25 डिग्री गर्म (गुनगुने से थोड़ा तेज़) पानी से शरीर के अंगों और कपड़ों को धोना चाहिये। छींकते या खाँसते वक़्त इस्तेमाल किये जाने वाले रुमाल को 25 डिग्री या इससे ज़्यादा गर्म पानी से धोना चाहिये। गोश्त, चिकन या सब्ज़ियों को भी पकाने से पहले 25 डिग्री तक के पानी में डालकर धोना चाहिये।

प्रश्न(05):- क्या एल्कोहल मिले पानी (सैनीटाइजर) से कोरोना वायरस की सुरक्षा-परत को तोड़ा जा सकता है?
उत्तर:-
हाँ! लेकिन उस सैनीटाइजर में एल्कोहल की मात्रा 65 पर्सेंट से ज़्यादा होनी चाहिये तभी यह उस पर चढ़ी सुरक्षा-परत को पिघला सकता है, वरना नहीं।

प्रश्न(06):-क्या ब्लीचिंग केमिकल युक्त पानी से भी इसकी सुरक्षा-परत तोड़ी जा सकती है?
उत्तर:-
हाँ! लेकिन इसके लिये पानी में ब्लीच की मात्रा 20% होनी चाहिये। ब्लीच में मौजूद क्लोरीन व अन्य केमिकल कोरोना वायरस की सुरक्षा-परत को तोड़ देते हैं। इस ब्लीचिंग-युक्त पानी का उन सभी जगहों पर स्प्रे करना चाहिये जहाँ-जहाँ हमारे हाथ लगते हैं। टीवी के रिमोट, लैपटॉप और मोबाइल फ़ोन को भी ब्लीचिंग-युक्त पानी में भिगोकर निचोड़े गये कपड़े से साफ़ करना चाहिये।

प्रश्न(07):-क्या कीटाणुनाशक दवाओं के द्वारा कोरोना वायरस को ख़त्म किया जा सकता है?
उत्तर:-
नहीं! कीटाणु सजीव होते हैं इसलिये उनको एंटीबायोटिक यानी कीटाणुनाशक दवाओं से ख़त्म किया जा सकता है लेकिन वायरस निर्जीव कण होते हैं, इन पर एंटीबायोटिक दवाओं का कोई असर नहीं होता। यानी कोरोना वायरस को एंटीबायोटिक दवाओं से ख़त्म नहीं किया जा सकता।

प्रश्न(08):-कोरोना वायरस किस जगह पर कितनी देर तक बाक़ी रहता है?

उत्तर:-
० कपड़ों पर : तीन घण्टे तक
० तांबा पर : चार घण्टे तक
० कार्डबोर्ड पर : चौबीस घण्टे तक
० अन्य धातुओं पर : 42 घण्टे तक
० प्लास्टिक पर : 72 घण्टे तक

इस समयावधि के बाद कोरोना वायरस ख़ुद-ब-ख़ुद विघटित हो जाता है। लेकिन इस समयावधि के दौरान किसी इंसान ने उन संक्रमित चीज़ों को हाथ लगाया और अपने हाथों को अच्छी तरह धोये बिना नाक, आँख या मुंह को छू लिया तो वायरस शरीर में दाख़िल हो जाएगा और एक्टिव हो जाएगा।

प्रश्न(09):-क्या कोरोना वायरस हवा में मौजूद हो सकता है? अगर हाँ तो ये कितनी देर तक विघटित हुए बिना रह सकता है?

उत्तर:-
जिन चीज़ों का सवाल न. 08 में ज़िक्र किया गया है उनको हवा में हिलाने या झाड़ने से कोरोना वायरस हवा में फैल सकता है। कोरोना वायरस हवा में तीन घण्टे तक रह सकता है, उसके बाद ये ख़ुद-ब-ख़ुद विघटित हो जाता है।

प्रश्न(10):-किस तरह का माहौल कोरोना वायरस के लिये फायदेमंद है और किस तरह के माहौल में वो जल्दी विघटित होता है?

उत्तर:-
कोरोना वायरस क़ुदरती ठण्डक या AC की ठण्डक में मज़बूत होता है। इसी तरह अंधेरे और नमी (Moisture) वाली जगह पर भी ज़्यादा देर तक बाक़ी रहता है। यानी इन जगहों पर जल्दी विघटित नहीं होता। सूखा, गर्म और रोशनी वाला माहौल कोरोना वायरस के जल्दी ख़ात्मे में मददगार है। इसलिये जब तक इसका प्रकोप है तब तक AC या एयर कूलर का इस्तेमाल न करें।

प्रश्न(11):-सूरज की तेज़ धूप का कोरोना वायरस पर क्या असर पड़ता है?
उत्तर:-
सूरज की धूप में मौजूद अल्ट्रावायलेट किरणें कोरोना वायरस को तेज़ी से विघटित कर देती है यानी तोड़ देती है क्योंकि सूरज की तेज़ धूप में उसकी सुरक्षा-परत पिघल जाती है। इसीलिये चेहरे पर लगाए जाने वाले फेसमास्क या रुमाल को अच्छे डिटर्जेंट से धोने और तेज़ धूप में सुखाने के बाद दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है।

प्रश्न(12):-क्या हमारी चमड़ी (त्वचा) से कोरोना वायरस शरीर में जा सकता है?
उत्तर:-
नहीं! तंदुरुस्त त्वचा से कोरोना संक्रमण नहीं हो सकता। अगर त्वचा पर कहीं कट लगा है या घाव है तो इसके संक्रमण की संभावना है।

प्रश्न(13):-क्या सिरका मिले पानी से कोरोना वायरस विघटित हो सकता है?
उत्तर:-
नहीं! सिरका कोरोना वायरस की सुरक्षा-परत को नहीं तोड़ सकता। इसलिये सिरका वाले पानी से हाथ-मुंह धोने से कोई फ़ायदा नहीं है।

      साभार
वाशिंगटन युनिवर्सिटी
     USA

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Thursday, June 11, 2020

Riddles Quiz. Train your Brain.

Riddles Quiz

                                  Train your Brain  Riddles

Train your Brain


Train your Brain

Thursday, March 12, 2020

Print Even and Odd number in the sequence by two threads in java


Print Even and Odd number in the sequence by two threads in java

Thread-1 1
Thread-0 2
Thread-1 3
Thread-0 4
Thread-1 5
Thread-0 6
Thread-1 7
Thread-0 8
Thread-1 9
Thread-0 10 


Printing this sequence is the coordination between the threads and this coordination can be achieved with the the help of wait and notify.

Two threads are running simultaneously.
When one thread enters the critical section then it checks whether odd is printed or not on the basis of the flag. If the odd in not printed then it waits for other thread to print the odd number and wait for notify signal and vice versa.

PrintEvenOddTester.java

public class PrintEvenOddTester {

      public static void main(String[] args) {
            Printer p = new Printer();

            TaskEvenOdd te1 = new TaskEvenOdd(10, ptrue);
            TaskEvenOdd te2 = new TaskEvenOdd(10, pfalse);

            Thread t1 = new Thread(te1);
            Thread t2 = new Thread(te2);

            t1.start();
            t2.start();

      }

}

TaskEvenOdd.java

public class TaskEvenOdd implements Runnable {

      private int max;
      private Printer print;
      private boolean isEvenNumber;

         public TaskEvenOdd(int max, Printer printboolean isEvenNumber) {
            this.max = max;
            this.print = print;
            this.isEvenNumber = isEvenNumber;
      }

      @Override
      public void run() {
            int number = isEvenNumber == true ? 2 : 1;
            while (number <= max) {
                  if (isEvenNumber) {
                        try {
                              print.printEven(number);
                        } catch (InterruptedException e) {
                              // TODO Auto-generated catch block
                              e.printStackTrace();
                        }
                  } else {
                        try {
                              print.printOdd(number);
                        } catch (InterruptedException e) {
                              // TODO Auto-generated catch block
                              e.printStackTrace();
                        }
                  }
                  number = number + 2;
            }

      }

}



Printer.java

public class Printer {
      boolean printOdd = false;

      public void printEven(int nthrows InterruptedException {
            synchronized (this) {

                  while (!printOdd) {
                        wait();
                  }

       System.out.println(Thread.currentThread().getName() + " " + n);
                  printOdd=false;
                  notifyAll();
            }
      }

      public void printOdd(int nthrows InterruptedException {
            synchronized (this) {
                  while (printOdd) {
                        wait();
                  }
       System.out.println(Thread.currentThread().getName() + " " + n);
                  printOdd=true;
                  notifyAll();

            }
      }

}

Output:
Thread-1 1
Thread-0 2
Thread-1 3
Thread-0 4
Thread-1 5
Thread-0 6
Thread-1 7
Thread-0 8
Thread-1 9
Thread-0 10 
===============================================


Method 2:



Create a class named "OddEvenRunnable".
It will implement the Runnable interface.
public class OddEvenRunnable implements Runnable{
 public int PRINT_NUMBERS_UPTO=10;
 static int  number=1;
 int remainder;
 static Object lock=new Object();
 OddEvenRunnable(int remainder)
 {
  this.remainder=remainder;
 }
 @Override
 public void run() {
  while (number < PRINT_NUMBERS_UPTO) {
   synchronized (lock) {
    while (number % 2 != remainder) { // wait for numbers other than remainder
     try {
      lock.wait();
     } catch (InterruptedException e) {
      e.printStackTrace();
     }
    }
    System.out.println(Thread.currentThread().getName() + " " + number);
    number++;
    lock.notifyAll();
   }
  }
 }
}

Create Main class named “PrintOddEvenMain”



1
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public class PrintOddEvenMain {
 public static void main(String[] args) {
  OddEvenRunnable oddRunnable=new OddEvenRunnable(1);
  OddEvenRunnable evenRunnable=new OddEvenRunnable(0);
  Thread t1=new Thread(oddRunnable,"Odd");
  Thread t2=new Thread(evenRunnable,"Even");
 
  t1.start();
  t2.start();
 }
}


Output:

Odd 1
Even 2
Odd 3
Even 4
Odd 5
Even 6
Odd 7
Even 8
Odd 9
Even 10

================================================



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